Love Poem (Wajah ab tumhi ho mere saanso ke chalne ki)
वजह यही है बाकी,मेरे साँसो के चलने की
वजह एक यही है बाकी ,मेरे साँसो के चलने की
जो अहसास है उससे इंकार मत करना ,
तुम्ही को सोचते रहना बस आदत है यही मेरी
नजर भर देख लू तुमको इबादत है यही मेरी ,
तुम्ही हो जिंदगी मेरी भले एतबार मत करना
वजह एक यही है बाकि, मेरे सांसो के चलने की||
तेरे नजरो से ओझल हु मगर हु पास ही तेरे,
तुम्हे कुछ दे सकु ऐसा नहीं है मेरे,
मगर फिर भी कहु कैसे कि मुझसे प्यार मत करना
जानता नहीं तेरी चाहत के काबिल हु ,
कस्ती नहीं ,लहरें नहीं एक वीरान साहिल हु
हिसाब ही करना , इंतजार मत करना||
कभी अगर मै चला जाऊ तो मुझको याद मत करना
कभी किस्सों कहानी में तुम मेरी बात मत करना ,
अगर मै हु नहीं दिल में तो इंतजार मत करना ,
वजह यही है एक बाकि ,मेरे सांसो के चलने की||
Very heart touching poem ❤❤
ReplyDeleteNice poem
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